Poem Karmaveer , motivational poem

कविता – कर्मवीर




देख कर बाधा विविध, बहु विघ्न घबराते नहीं।



रह भरोसे भाग के दुख भोग पछताते नहीं


काम कितना ही कठिन हो किन्तु  उकताते नही

भीड़ में चंचल बने जो वीर दिखलाते नहीं।


          – अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध


 poem karamveer,motivational poem
सफलता सिर्फ मन  एक अवस्था है ा 
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